सोलर चरखा मिशन योजना से जुडी जानकारी और महत्वपूर्ण विशेषताएं
हेलो दोस्तों वेब रफ्तार पर आपका सहर्ष स्वागत है। आज हम आपको भारत सरकार की एक नई योजना ( सोलर चरखा मिशन योजना ) के बारे में जानकारी देने वाले हैं। यह योजना रोजगार से संबंधित और ग्रामीण गांव को रोजगार प्रदान करने की श्री नरेंद्र मोदी जो कि हमारे तत्कालीन पंतप्रधान है मुझे सरकार का भारत की जनता के प्रति रोजगार दिलाने का एक प्रयास है।
जिससे नैसर्गिक पारंपरिक स्रोत का उपयोग करके रोजगार की निर्मिती करना यह भारत सरकार का मुख्य उद्देश्य भी है।
जैसा कि हम सब जानते हैं पेट्रोल बिजली दीजिए इलेक्ट्रॉनिक्स इन जैसे और पारंपरिक स्रोत कभी ना कभी खत्म हो सकते हैं। जैसा कि आजकल स्थिति चल रही है ऐसे अब पारंपरिक स्रोत कभी भी खत्म हो सकते हैं। पारंपरिक स्रोत मतलब जो कभी नहीं खत्म होते। जो हमें सदैव मिलते हैं और उनकी उपलब्धता बहुत अधिक होती है। पेट्रोल डीजल बिजली इन जैसे अपरंपार एक्शन कभी ना कभी खत्म हो सकते हैं इस कदर विश्व के सारे वैज्ञानिकों ने बताया है।

इसीलिए मनुष्य को इसका उपयोग सोच समझकर और कम करना चाहिए। और इसका एक ही उपाय है व्यक्ति को ऐसे और पारंपरिक स्रोत छोड़कर पारंपरिक स्रोतों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए और उसमें विकास लाकर इन जैसे पारंपरिक स्रोतों से क्या उपयोग कर सकते हैं इसके बारे में सोच कर और इसके बारे में वैज्ञानिक ढंग से इन्वेंट करके नए-नए तरीके खोज कर इनके बारे में लोगों को जानकारी देना आजकल की जरूरत है। जिससे लोगों का ध्यान पारंपरिक स्रोतों पर ज्यादा हो और वह इसका सही तरीके से उपयोग कर सकें।
हमने कक्षा चार में सूर्य से मिलने वाली ऊर्जा के बारे में पढ़ा था। और जहां में मुफ्त में और आसानी से मिलती हैं। इसीलिए हम उसका महत्व कम समझते हैं। मुफ्त मैं मिलने वाली चीजों का मौत हुआ अक्सर लोगों को कम ही होता है।लेकिन सूर्य से मिलने वाली ऊर्जा की मात्रा में अधिक होती है इसका प्रयोग करके हम कई सारी चीजें कर सकते हैं।
हमारे वैज्ञानिक आज का ऐसी खोज में लगे हुए हैं कि सूर्य से मिलने वाली ऊर्जा से हम और क्या क्या कर सकते हैं। विज्ञान के आधार पर आज हमने सूर्य की ऊर्जा पर बल्ब लाइट कार मोटर इन जैसे वस्तुएं बनाकर सूर्य की ऊर्जा का सही तरीके से करना सीख लिया है।
लेकिन सही तरीके से लोगों को इसके बारे में पता नहीं है इसके बारे में कम जानकारी होने के कारण वह इससे वंचित रह जाते हैं और इसका इस्तेमाल नहीं कर। भारत सरकार की सूर्य की ऊर्जा पर चलने वाले मोटर और अन्य उपकरणों के लिए बहुत सारी योजनाएं बनाई है अभी इस योजनाओं पर काम चल रहा है और किसके बारे में लोगों को जानकारी देने का भी काम भारत सरकार कर रही है।
कैसे हुई शुरुआत सोलर चरखा मिशन योजना की ?
सोलर चरखा मिशन की शुरुआत 27 जून 2018 में हुई थी। सोलर चरखा मिशन की घोषणा माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने नई दिल्ली से की थी। यह घोषणा उन्होंने नई दिल्ली में लाल किले से की थी। सोलर चरखा मिशन योजना नरेंद्र मोदी जी की सरकार की ओर से गांव में रोजगार बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण प्रयास माना जाता है सोलर चरखा मिशन का मुख्य उद्देश्य महिलाओं के बीच रोजगार के अवसर निर्माण करना है।
सोलर चरखा मिशन 50 प्लास्टर को कवर करेगा यानी कि यह 50 गांव को कवर करेगा। प्रत्येक विभाग में 400 से 2000 गिरोह की नियुक्ति की जाएगी।
इस योजना का उद्देश्य क्या है ?

सोलर चरखा मिशन का उद्देश्य ग्रामीण विभागों में रोजगार की निर्मिती कहना और महिलाओं के बीच में रोजगार उपलब्ध करना यह सूचना का मुख्य उद्देश्य है। इस योजना की शुरुआत करते हुए राष्ट्रपति रामनाथ जी ने कहा था यह गांव के अधिक मात्रा में रोजगार उपलब्ध करा देने की मोदी सरकार की महत्वपूर्ण योजना है और यह सूर्य से मिलने वाली ऊर्जा से रोजगार प्रदान करने का एक प्रयास है।
यह योजना सुषमा और लघु और मध्यम उद्योग की ओर से चलाई जाने वाली एक महत्वपूर्ण आर्थिक भूमिका से प्रेरित योजना है।
सोलर चरखा मिशन को माइक्रो स्मॉल एंड माइक्रो एंटरप्राइजेज यानी एमएसएमई मंत्रालय की ओर से नियंत्रित और देखभाल की जाती है। 2018 में योजना को पूरे देश में शुरू किया गया इससे पहले 2016 में इसका छोटा प्रारूप बिहार के नवादा जिले में खंडवा में लागू किया गया था यहां पर मिली सफलता के बाद योजना को पूरे देश में शुरू किया गया।
योजना के माध्यम से सरदार महिलाओं को सशक्त कर एवं व्यवसाय पर जोर देते हुए उनका विकास करना चाहती है यह योजना गांव में रोजगार निर्मिती करके लोगों को अच्छा और उपयुक्त रोजगार प्रदान करने का प्रयास करती है। सोलर चरखा मिशन के अंतर्गत 1000000 रोजगार प्रदान करना इस योजना का उद्देश्य है।
क्या है सोलर चरखा मिशन योजना की विशेषताएं ?

सोलर चरखा मिशन खास करके महिलाओं और युवकों के लिए बनाई गई योजना है। विभागों की अर्थव्यवस्था में सुधार लाने के लिए भारत सरकार का एक महत्वपूर्ण प्रयास है। इस योजना में चरखी का उपयोग करके धागा और वस्त्र उद्योग पर अधिक ध्यान दिया। इससे लोगों को अधिक कला और हाथों से बनी वस्तुएं बनाने का गुण प्राप्त हो सकता है।
सूर्य की ऊर्जा से मिलने वाली तकनीक से चलाया जाए इसलिए कम खर्चे में मजबूत होगा। सोलर चरखा मिशन के अंतर्गत भारत सरकार पहले 2 सालों में 100000 महिलाओं को रोजगार प्रदान करेगी जिससे महिलाओं में स्वावलंबन आ जाएगा। महिलाओं को खुद के पैरों पर खड़ा रहकर अपना जीवन सुखमय बनाना आसान हो सकता है।
योजना युवाओं के लिए भी एक महत्वपूर्ण योजना है जिससे वह अच्छा सा रोजगार प्राप्त करके अपना और अपने परिवार का गुजारा कर सके। सोलर चरखा मिशन ना केवल रोजगार प्राप्त करने के लिए महत्वपूर्ण है बल्कि सूर्य से मिलने वाली ऊर्जा का उपयोग करके लोगों को अच्छा सा रोजगार प्राप्त करने में मदद करने के लिए भी योजना अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जाती है।
जैसा कि हम सब जानते हैं सूर्य से मिलने वाली ऊर्जा मनुष्य को मुफ्त में मिलती है। इसका उपयोग करके हम कम खर्चे में अधिक कार्य करके मुनाफा प्राप्त कर सकते हैं जिससे भारत की अर्थव्यवस्था में कुछ सुधार हो सके और लोगों की खास करके ग्रामीण गांव की आर्थिक परिस्थिति में सुधारना हो सके। इन सभी कारणों के लिए यहां योजना काफी सफल योजना साबित हुई है।